नरेला के पास खामपुर में हुई कई गांवों की हुई पंचायत. खामपुर सेब मंडी में अस्थाई कूड़ा डालने का हुआ विरोध । दिल्ली पानीपत हाईवे के किनारे जमा हुए सैकड़ो लोग.कहा किसी भी हालत में खामपुर में नही बनने देंगे डंपिंग साइट. आज यहां कूड़े के ट्रक नही डालने दिए गए । वीडियो aa न्यूज़ के लिंक में देखेsubscribe भी करें ।
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ये है बाहरी दिल्ली का खामपुर गांव । यहां गांव की जमीन आजादपुर मंडी को स्थांतरित करने के लिए अधिग्रहण की गई थी । यहां हर रात दिल्ली को हजारो ट्रकों से मुक्ति दिलाने के लिए जमीन आजादपुर मंडी के लिए अधिग्रहण की गई थी । यहां सेब मंडी के ट्रक आते है यहां से खरीद के बाद आजादपुर फल मंडी पहुंचते है । यहां कम्पोज खाद के लिए प्लांट लगाया था ताकि मंडी के कचरे से खाद बने वो भी कई साल से बन्द है । अब दिल्ली में जब कूड़ा डालने की समस्या पड़ी तो यहां इस मंडी पर कूड़ा डालना शुरू हो गया जो पिछले सात दिन से जारी है । अब यहां के लोग नाराज हो गए कि यहां कूड़े का पहाड़ नही बनने देंगे एक बार शुरू हुआ तो ये सिलसिला रुकेगा नही साथ ही यहां से पूरी दिल्ली में पॉल्युशन और बदबू जाएगी । और पहले से पॉल्युशन से जूझ रही दिल्ली के लोगो का जीवन और दूभर हो जाएगा । यहां से नरेला , खामपुर , अलीपुर , बख्तावरपुर , ताजपुर , पल्ला , झंगोला , ताजपुर , बुराड़ी , नत्थूपुरा समेत करीब पचास गांवो और 500 कालोनियों के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी
कुल मिलाकर दिल्ली नगर निगम के पास कूड़े के डिस्पोज के लिए स्थाई समाधान नही है जिससे पूरी दिल्ली परेशान है । फिलहाल यहां लोगो का विरोध भी जायज है क्योंकि यहां लोगो का जीवन नरक बनना लगभग तय है जिसे कोई स्वीकार नही करेगा । फिलहाल कूड़े पर राड़ जारी है ।
अनिल अत्तरी दिल्ली ।
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